संस्था परिचय
ग्रामीण स्वरोजगार उन्नयन एवं शोध संस्थान (रेडरी)का गठन बक्सर (बिहार) में किया गया।यह संस्थान एवं इसका प्रतीक चिह्न भारतीय संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन करता है।यह संस्थान सहकार,सेवा, समृद्धि द्वारा अपनी पहचान का कार्य मंत्र देते हुए सेवा के चार आयामों पर कार्य कर रही है -स्वास्थ्य,शिक्षा, स्वावलंबन एवं संस्कार।
अपना समाज जातीय, शैक्षणिक, आर्थिक एवं कई अन्य आधारों पर बुरी तरह बंटा हुआ है।सभी विघटित समाज में रहने का फल भोग भी रहे हैं।एक अनूठी कार्य पद्धति विकसित करते हुए रेडरी ने बिहार प्रदेश के समाज में कार्य करने का संकल्प लिया है। इसके पहले रेडरी(REDRI) के संबंध में संक्षिप्त जानकारी प्राप्त करेंगे। ग्रामीण स्वरोजगार उन्नयन एवं शोध संस्थान का अंग्रेजी संस्करण Rural Self Employment Development and Research Institutionहै।
REDRI का विस्तारित रूप निम्नवत है -
R(Reliance)- विश्वास, भरोसा,
E (Effective)- प्रभावी,फलकारी,
D(Diffident)- आत्मविश्वास,
R(Receptivity)- संग्रहशीलता,
I(Intensity)- तीव्रता
सदस्यों का वर्गीकरण -
साधारण सदस्य
कोई भी व्यक्ति आवेदन उपरांत सदस्य बन सकता है।
संरक्षक सदस्य
संस्था के उद्देश्यों, नियमों एवं रचनात्मक कार्य में समर्पित व्यक्ति।
पोषक सदस्य
प्रकल्पों हेतु धन,दान देने वाले व्यक्ति।
मानद सदस्य
समिति द्वारा समय समय पर मनोनीत व्यक्ति।
बंधुओं रेडरी सबल, सशक्त व आत्मनिर्भर समाज खड़ा करना चाहता है। समाज में हर व्यक्ति का पुरुषार्थ जगाकर उसे स्वावलंबन बनाना हमारा उद्देश्य है । आइए,हम सब मिलकर एक नए समाज की रचना में प्रवृत हों।
आप अपने विचार, सुझाव कार्यालय पते पर भेज सकते हैं।
वीरेंद्र कश्यप, सचिव
गंगाश्रम,चौसा (बारे मोड़), बक्सर , बिहार, पिन -802114